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Easy Methods: अपने दिमाग की सेहत को बनाएं मजबूत, इन आसान तरीकों से!

Strengthen your brain health with these easy methods!

Easy Methods: Huntington एक गंभीर रोग है। इसमें हमारे दिमाग की Nerve Cells धीरे-धीरे टूटने लगती हैं और शरीर के अंग ठीक से काम करना बंद करने लगते हैं। दुनिया भर के हेल्थ एक्सपर्ट हनटिंग्टन का इलाज खोजने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में इजराइली वैज्ञानिकों के एक शोध ने उम्मीद की नई किरण जगाई है और इस रोग का संभावित इलाज खोज लिया है।

Huntington Disease की अब खैर नहीं!

Easy Methods: Rehovot में Weizmann Institute of Science द्वारा किए गए एक नए अध्ययन में दो अणुओं की पहचान की गई है, जो ब्लड-ब्रेन अवरोध को दूर करने और दोषपूर्ण प्रोटीन के लेवल को कम करने में सक्षम हैं। ये दोनों ही हनटिंग्टन रोग के बड़े कारणों में से एक हैं। यही कारण है कि शोधार्थी दावा कर रहे हैं कि इनको ठीक कर हनटिंग्टन रोग को कंट्रोल किया जा सकता है।

हंटिंगटन रोग क्या है, और इसमें क्या होता है?

Easy Methods: आसान भाषा में समझें तो हनटिंग्टन एक एक दिमाग की बीमारी है, जो मानसिक और शारीरिक समस्याओं को पैदा करती है। नेशनल सेंटर फार सेल साइंस (NCCS) पुणे के एक शोध के मुताबिक इस रोग के लिए HTT जीन जिम्मेदार है। HTT का मुख्य कार्य प्रोटीन निर्माण के लिये निर्देश देना हैं। यह हनटिंग्टन नामक प्रोटीन के निर्माण में अहम रोल अदा करता है।

Easy Methods: ऐसे में किसी भी कारणवश अगर HTT की निर्देश देने की क्षमता में बाधा उत्पन्न हो जाए तो परिणाम स्वरूप त्रुटिपूर्ण प्रोटीन (Clumps) का निर्माण होता है। आगे ये Clumps ब्रेन की न्यूरॉन्स को मरने का कारण बनते हैं और इंसान हंटिंगटन रोग की गिरफ्त में चला जाता है।

Easy Methods: ये लक्षण देते हैं हनटिंग्टन रोग का संकेत

भूलने की बीमारी होना
अचानक संतुलन खोना
रोजमर्रा के काम में दिक्कत
तार्किक क्षमता कमजोर पड़ना
बोलने और निगलने में कठिनाई
चलने-फिरने में परेशानी

Easy Methods: हनटिंग्टन रोग का सही इलाज क्या है?

Easy Methods: शोध बताते हैं कि हनटिंग्टन रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चों में इसके होने की संभावना 50 प्रतिशत तक होती है। आमतौर पर 30-50 की आयु के बीच इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। हंटिंगटन रोग का मौजूदा समय में कोई स्थाई इलाज नहीं है। फिलहाल लक्षणों को देखते हुए मरीज की विशेष देखभाल की जाती है। ऐसे में इजराइली वैज्ञानिकों का शोध नई उम्मीद जगाता है। उम्मीद है इस न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार का स्थाई इलाज जल्द आएगा और मरीज ठीक होंगे।

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